मुलाक़ात आयशा घर पर बैठी अपनी अम्मी से बाते कर रही थी तभी दरवाज़े पर किसी ने दस्तक दी आयशा ने दरवाज़ा खोला तो पड़ोस वाली खाला थी उसने ख़ुशी से उनसे बोला अस्सलाम वालैकुम खाला कैसी है आप खाला ने बोला वालैकुम सलाम बेटा मैं ठीक हूँ तुम कैसी हो माशाल्लाह बहुत प्यारी लग रही हो , मैं ठीक हूँ अंदर आइए ना खाला आप बैठिए अम्मी के पास मैं आपके लिए चाय लाती हूँ फिर वो रसोई में चली गई ।आयशा की खाला : अरे बाज़ी आप को पता है क्या हुआ है मोहल्ले में ?आयशा की अम्मी