दूज का चांद

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 धनजी के परिवार में आज बहुत खुशियां मनाई जा रही थी पूरे 55 बरस की उम्र में आज उनके बेटा हुआ था बहुत मन्नते मांगी मजार मजार मंदिर मंदिर दरगाह सब जगह सब जगह मन्नत का डोरा बांधा लेकिन भरी जवानी से लेकर अब तक कोई उम्मीद नहीं दिखी थी गांव में एक साधु बाबा आए थे उन्होंने क्या कहा क्या कुछ किया एक मंत्र बोला और एक डोरा बांधा दोनों पति पत्नी को और बस वहीं से उम्मीद बंधी और अब पूरे 55 बरस की उम्र में धन जी के बेटा हुआ । बड़े लाड से उन्होंने उसका नाम