शरद पूनम की तस्वीर से बातें करते सोए ही होते हैं, तभी उनके कानों में एक अजीब सी आवाज गूंजती है, उनको लगता है कि शायद उनका बहम होगा। पर बह आवाज धीरे, धीरे बढ़ती जाती है, बह उठ कर देखते हैं की दरवाजे पर कोई है जो जोर जोर से शरद,शरद की आवाज लगा रहा है,बह हड़बड़ाहट में उठते हैं और कमरे का दरवाजा खोलते हैं, दरवाजे पर मीठी की दादी हैं, बोलती हैं, शरद जल्दी बाहर आओ तैयार हो कर शरद दरवाजे से थोड़ा सा झांक कर देखते हैं। बाहर उनके भाई साहब, भाभी, मझली भाभी,मझले भाई और