## 15 ## एक लंबा-सा कमरा, बीच में एक बड़ा सा टेबल। टेबल तरह-तरह के व्यंजनों से सजाया गया था। टेबल को बड़े ही शान से ध्यानपूर्वक सजाया गया है। टेबल के पास खड़े होकर एक बुजुर्ग महिला इशारे से कुछ बता रही है और बाकी लोग उनके इशारे के मुताबिल टेबल को सजा रहे हैं। वह वृद्धा हवेली की अनुभवी परिचारिका है। उनके इशारे के बिना इधर का पत्ता भी उधर नहीं होता। वह खासकर राजमाता की देखभाल करती थी। सुना है कि वे राजमाता की शादी में दहेज में उन्हीं के साथ इस राजमहल में आईं थीं ।