## 13 ## दूर किसी मंदिर की घंटी की आवाज सुनाई दी। नाश्ता करते हुए मेंहदी इधर-उधर देखने लगी। “स्वागता तुमने सुना मंदिर की घंटी की ध्वनि आ रही है।” "हाँ, दीदी मैंने सुना।" "इस जंगल में भी मंदिर है, आश्चर्य की बात है न ?” "इसमें आश्चर्य होने वाली क्या बात है? जैसे हवेली में लोग रहते थे, वैसे ही उनकी पूजापाठ के लिए मंदिर भी हो सकता है न ।” अन्वेशा ने जवाब दिया। "लेकिन बुद्धू हवेली में जो रहते थे वे मुसलमान थे। यहाँ मुसलमान राजा रहा करते थे।" स्वागता ने अन्वेशा की बात को काटते हुए