बंधन प्रेम के - भाग 15

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(47) मेजर विक्रम के पापा वीरेंद्र और मम्मी आभा लगभग एक घंटा बाद अस्पताल पहुंचे।शांभवी के पापा,रिटायर्ड कर्नल राजवीर और मम्मी जानकी रिसेप्शन में ही थे।शांभवी भी उनके साथ थी। अपने दोस्त वीरेंद्र को देखकर कर्नल राजवीर लपक कर दरवाजे की ओर बढ़े। दोनों मित्र गले मिले। आभा और जानकी ने भी आपस में भेंट की। वीरेंद्र और आभा ने शांभवी को गले लगा लिया। इसके बाद आभा ने बड़ी व्यग्रता से पूछा-अब कैसा है विक्रम? अब बोलने लगा है ना? शांभवी ने कहा- आंटी अब विक्रम जी खतरे से बाहर हैं और तेजी से स्वस्थ हो रहे हैं। बस