जीवन का फलसफा अक्सर लोग नैतिक मूल्यों की बाते करते हैं . जब पेट भरा रहता है और लाइफ कंफर्टेबल होती है तभी ऐसी बातें सुनने में मिलती हैं . वे भ्रमित रहते हैं कि उनका नैतिक स्तर ऊंचा है और वे बहुत सच्चे और ईमानदार इंसान हैं . पर सच तो इसके विपरीत है , विरले ही ऐसे इंसान मिलते हैं जो इन मूल्यों पर खरे उतर सकते हों . जीवन में ऐसा कटु सत्य देखने का अवसर अक्सर मिलेगा - * कुछ खोने का डर - अपने या प्रियजन की मृत्यु का भय , धन खोने