[ शिवाजी महाराज और गुलामी की प्रथा ]गुलामी का प्रारंभमुसलिम गुलामी के स्पष्ट एवं विस्तृत उल्लेख उन कागजात में मिलते हैं, जो मोहम्मद गजनी के भारत पर आक्रमण के साथ ताल्लुक रखते हैं। गजनी ने 11वीं शताब्दी में भारत को रौंदना शुरू किया था। उसका जो आक्रमण सन् 1024 में हुआ, उसमें उसने अजमेर, नेहरवाल, काठियावाड़ एवं सोमनाथ के मंदिर का विध्वंस किया, साथ ही उसने एक लाख से अधिक हिंदुओं को गुलाम भी बनाया।इन गुलामों को मजदूरों की तरह जोता गया, ताकि उन प्रचंड इमारतों का निर्माण हो, जिनसे मुसलिमों के शासन की पहचान बनी। दिल्ली की कुतुबमीनार इसका