एक ज़माने पहले जब हम स्कूल में पढ़ते थे, तो बच्चों को गर्मी की छुट्टियों का इंतजार उसी वक्त से शुरू हो जाता था जब मार्च में वार्षिक परीक्षा चल रही होती थी | उन दिनों में गर्मी की छुट्टियों में माता-पिता बच्चों को कुछ दिन के लिए किसी न किसी नजदीकी रिश्तेदार के घर ले जाते थे | बच्चे मामा, चाचा, बुआ, दादी के यहाँ जाने के लिए लालायित रहते थे | वहाँ बड़े प्यार से उन के लिए नए नए व्यंजन बनाए जाते थे | वे उनके बच्चों के साथ घूमने-फिरने जाते थे | लौटते समय भेंट