जस्बात-ए-मोहब्बत - 8

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और रिचा फ़्रेश होकर खाना खाने चली जाती और खाना खाकर जल्दी से रूम मे आ जाती है ओर सोचती है कि इतना अच्छा सपना काश माँ थोड़ी देर ओर सोने देती पर दिलो दिमाग मे अवस्थी सर ही रहेंगे तो मैं पढ़ाई कैसे करूंगी रिचा सोचती है नहीं रिचा तुझे किसी भी तरह से पढ़ाई मे ध्यान लगाना होगा और रिचा पढ़ाई करने लगती है सुबह रिचा लेट सो कर उठती है फ़्रेश होकर रूम से बाहर निकलती है और माँ से नाश्ता मांगती है माँ रिचा को नस्ता देती है रिचा अपना नस्ता ख़त्म करके माँ से कहती