आशीष इंस्पेक्टर सर्वदमन सिंह एव रम्या रमन कलावती से विदा लेकर उज्जैन के लिए रवाना हुआ उसके मानस पटल पर काशी से बीना तक की यात्रा के एक वर्ष जीवन के कुरुक्षेत्र के संग्राम का एक एक दृश्य स्मरण पटल पर अविस्मरणीय थे ।जो परत दर परत स्प्ष्ट परिलक्षित होते गए स्कूल में दिखाए गए भगवान श्री कृष्ण की जीवन लीलाओं एव गीता उपदेश से लेकर काशी में कैंट स्टेशन के हनुमान मंदिर में रामबली महाराज से मुलाकात एव एक वर्ष तक उनके सानिध्य में सनातन संस्कृति संस्कारो कि शिक्षा एव प्रयोग उसके किशोर जीवन को एक अजीब ऊर्जा अनुभूति