श्रापित - एक अधूरी प्रेम कहानी - भाग 1

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आज से 2 साल पहले मैं अपने दोस्त की शादी में गया था जब मैं वहां पहुंचा तो मैने देखा मेरे दोस्त वहां पहले से ही मौजूद थे जब हम कॉलेज में थे तो हम बहुत शरारत किया करते थे उन्हें देखकर मैं बहुत खुश हुआ. शादी के 2 दिन गुजरने के बाद तीसरे दिन हम बारात लेकर दुल्हन के घर पर पहुंच गए उन्होंने हमारा स्वागत किया और अंदर ले गए जब शादी के फेरे हो रहे था. तब मेरी नजर एक खूबसूरत लड़की पर पड़ी उसे देखकर ऐसा लगा कि वह स्वर्ण की अप्सरा हो, सुनहरे बाल,काली काली