धडका गया दिल मेरा.....उनका निगाहे उठाना.....!! जैसे ही सुना उन लोगों को एक साथ अकेले मे मिलना है वैसे हि श्री को घबराहट होने लगी... उसकी घबराहट को देखते हुये पास बैठी धानी.... देख श्री इतना घबरा क्यों रही है इंसान हि है तुझे खा नहीं जायगा समझी अब चुपचाप मिल जाकर कैसा रहा बताना मैनु हि हि..... श्री दांत दिखाना बन्द कर नहीं तो तोड दुगी समझी सारी बातिसी बाहर आ जायेगी....धानी अपनी होठो पर उंगली धर ली चुपचाप बैठ गई......! तेज और श्री एक कमरे में भेज दिया जाता है....कमरा श्री का हि होता अंदर आते हि तेज