विश्वास - कहानी दो दोस्तों की - 36

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विश्वास (भाग-36) भुवन और संध्या के लिए एक और सरप्राइज मिला कमरे को देख कर। कमरा बहुत सुंदर सजा हुआ था।संध्या जहाँ शरमा रही थी, वहीं भुवन को ये सब अजीब लग रहा था। कुछ मिनटो में टीना अपने हाथों में दो शापिंग बैग ले कर आ गयी।सॉरी दी, मैं आप दोनों को डिस्टर्ब कर रही हूँ, पर आप को पैकिंग करनी है तो इसलिए आपका सामान लायी हूँ। टीना नेे जो सामान भुवन के लिए खरीदा था वो भुवन को दिया ये सब ले जाना काम आएगा।दूसरा बैग संध्या को दिया, "दीदी आप यहाँ वेस्टर्न ड्रैसेज नहीं पहन सकती,