विश्वास - कहानी दो दोस्तों की - 35

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विश्वास (भाग -35)देर रात तक संगीत में मस्ती करने के बाद अगले दिन सुबह सब देर से उठे।शाम को रवि और टीना को सब रस्मो रिवाजो को टाइम के साथ पंडित जी का लिखा हुआ कागज संध्या के घर देने के लिए भेजा गया।दोनो को संध्या के घर से शगुन और मिठाई मिली जा उन्होने सबके साथ पहले के जैसे बाँट लिया और मिठाई माँ को दे दी।सुबह शादी थी तो रात के खाने के बाद टीना भुवन के पापा के लिए लायी ड्रैस और सेंडिल उनको दिखाने ने आयी।अँकल जी आप कल सुबह ये पहनना, भुवन और ये चारो