और अपने सब्जेक्ट पे ध्यान देने लगती है ऐसे ही कुछ दिन तक यही शिलशिला होता है एक दिन तो कुछ यूं होता है जब प्रोफ़ेसर क्लास में पढ़ा रहे होते है तो रिचा की नज़रे प्रोफ़ेसर अवस्थी पर होती है जिसे प्रोफ़ेसर अवस्थी भी नोटिस करते है आवर कहते है रिचा ध्यान कहा है तुम्हारा तो रिचा कुछ घबरा सी जाती है तभी प्रोफ़ेसर अवस्थी रिचा से वही सवाल करते है जो बोर्ड पे समझा रहे होते है रिचा उसका जवाब तो देती है पर कुछ सहमे हुए अंदाज़ में ओर फिर प्रोफ़ेसर अवस्थी की क्लास ख़त्म हो जाती