लॉक-डाउन में कभी-कभी हम परिवार के साथ टीवी देख लिया करते थे ... उन दिनों हमने संदीप महेश्वरी का एक विडिओ देखा था - UNSTOPPABLE - उसमे उन्होंने कहा था की हमें किसी बात का जवाब ना मिले तो उस बात को नॉर्मल समज लेते है.. और फिर एक दिन आता है की हम धीरे धीरे सवाल करना बंध कर देते है। तब मुझे लगा,"क्या सवाल वो ही सवाल होता है जिसमे सायंस जुड़ा होता है ? इंसान के हालातो को लेकर मन में उठता सवाल भी सवाल ही होता है.."तब एक बात पक्की हो गयी मेरे मनमे - की - चाहे कोनसा भी हो सवाल बंध नहीं होना चाहिए ... जमाना चाहे