अतीत के पन्ने - भाग 32

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आज एक महीने बीत गए पर पिया अभी तक खुद को सम्हाल नहीं पाईं और आलेख भी कहां हिम्मत हारने वाला था उसको तो पिया को वो सब खुशी लौटाना चाहता था जिसे पिया सब कुछ गंवा चुकी थी।आलेख हर रोज कालेज जाने से पहले पिया से मिलने आता और फिर साथ ही पीले गुलाब की गुलदस्ता देकर उसे अपने प्यार का इजहार करता।पिया ने कहा हर रोज तुम ये फुल क्यों लाते हो? अगले दिन तो मुरझा जाते हैं ये।।आलेख ने कहा अरे तो क्या हुआ अगर मैं ये गुलदस्ता खरीद कर किसी को दो वक्त की रोटी मिल