एक रूह की आत्मकथा - 54

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"पापा मैं अमी से प्यार करता हूँ।" अमन की आँखों में आँसू थे। "तो तुम्हें इस प्यार की परीक्षा देनी होगी।अमृता जल्द ही लंदन चली जाएगी।ग्रैजुशन वहीं करेगी।फिर बिजनेस कोर्स।सात वर्ष बाद ही लौटेगी।इस बीच तुम्हें उसे बिल्कुल डिस्टर्ब नहीं करना है।न तो फ़ोन न चिट्ठी। अगर सात वर्ष उससे दूर रहने के बाद भी तुम्हारा प्यार यूँ ही बरकरार रहता है तो मैं इस प्यार को अपनी स्वीकृति दे दूंगा।" समर ने दृढ़ स्वर में कहा।अमन का चेहरा उतर गया। -"पर पापा मैं इतने दिन क्या करूंगा?" "अपनी पढ़ाई पूरी करोगे फिर बिजनेस कोर्स" समर ने उसकी आँखों में