ये कहानी झारखंड के एक छोटे से गाँव में रहने वाली एक महिला की है जिसका नाम रेवती है। एक दिन की बात है, बुधवार का दिन था, बाजार वाला दिन , तो कुछ महिलाओं ने साथ में बाजार जाने का फैसला किया। सभी तैयार होकर बाजार के लिए निकले, वाहन की सुविधा ना होने के कारण पैदल ही बाजार जाना पड़ता था।बाजार का रास्ता जंगल से होता हुआ जाता था। सभी महिलाएं बाजार पहुँची और खरीदी करने लगी, सबने सामान की खरीदी करी फिर घर आने का समय होने लगा, रेवती के साथ गयी महिलाओं ने अपने रिस्तेदारो के