विक्रम कार को पार्क करते हुए घर की ओर आगे बढ़ता है। तभी गार्ड दरवाजा खोलते हैं। विकी अपने कदम हॉल की ओर बढ़ाता है । देखता है तो उसके डैड मॉम और सूझी हॉल में बैठे हुए कुछ बात कर रहे थे । विकी उनकी ओर कदम बढ़ाते हुए सूझी के पास वाले सोफा पर बैठ जाता है। विकी अपने पिता की ओर देखते हुए कहता है ।विकी: हेय डैड! ।धर्मानंद: क्या कर रहे थे तुम दो दिन! कितनी बार मैने तुम्हे कॉल किए!? । एक भी जवाब नहीं और ना ही कोई अता पता! ।विकी: अरे! बताया तो