सायरा के मां-बाप युसूफ अली को देखकर बहुत खुश हो जाते हैं।उन्हें पूरा यकीन आ जाता हैयुसूफ अली अब सायरा को पूरी तरह ठीक कर देगा।युसूफ अली हिना से कहता हैअब आगे क्या करना है ?हिना सायरा के करीब जाकरउसके सर पर हाथ रखकरकुछ मंत्रों का पठन करती है।मंत्रों का पठन खत्म होते हीसायरा अपनी आंखें खोल देती है।हिना को देखकर कहती हैआप कौन हो ?हिना कहती हैमेरा नाम हिना हैमैं युसूफ अली की दोस्त हूं।यहां तुम्हारी मदद करने आई हूं।अब तुम पूरी तरह से ठीक हो गई हो।अब तुम्हें किसी बात का डर नहीं है।अब तुम खुशी से अपनी