नए रोमांचक स्थान की खोज करने के शौख ने आज रोहन को मुश्किल में डाल दिया। आज रोहन खुद को कोस रहा है। उसको अपनी मम्मी-पापा और दोस्तों की सलाह कान में गुंजती सी प्रतीत हो रही है कि तुम्हारा यह फितूर एक दिन तुम्हारी जान लेकर रहेगा। रोहन को अचानक उस गार्ड की एक घंटा पहले की कही गई बात कान में गुंजने लगी कि ’’ इधर जंगल में कहाँ जा रहे हैं साहब, जंगल में मंगल करने तो बिल्कूल भी नहीं जा रहे होंगे, क्योंकि आप तो बिल्कूल भी अकेले हैं। ’’कड़ी और घुरती आँख दिखाए जाने