कलेक्टर के पद से सेवानिवृत्त होने के बाद वसुधा ने अपने पति से कहा, "अशोक हम दोनों सेवानिवृत्त हो चुके हैं, क्यों ना अब हम राहुल के साथ रहें। उन्हें सहारा मिल जाएगा और हमारे लिए भी कितना अच्छा होगा, इकट्ठे होकर रहना। " "वसुधा तुम्हारी बात सही है किंतु उन्हें अकेले रहने की आदत हो चुकी है। बहुत सारे समझौते करना होंगे, क्या तुम और अलका कर पाओगे?” "कैसी बात कर रहे हो अशोक, हमारा एक ही तो बेटा है, एक ही परिवार है, सब ठीक होगा तुम ग़लत सोच रहे हो।" अशोक जानता था यह सब कुछ इतना आसान नहीं है