Last Part - 3 पिछले अंक में आपने पढ़ा कि डॉ माया अपने बीते दिनों की कहानी बता रही थी , अब आगे पढ़ें …. कहानी - यह शादी नहीं हो सकती है 3 “ नहीं , अभी मैंने इस बारे में नहीं सोचा है . राज की हालत देख कर इस पर तरस जरूर आया था , फादर . “ “ तरस या प्यार ? आखिर सच को स्वीकार करने से तुम क्यों कतरा रही हो ? “ मैं खामोशी से राज को देखे जा रही थी , मुझे भी इस तरह देख रहा