काल चक्र यह एक छोटी सी कहानी लिखने का बस एक ही उद्देश्य है की इसे पढ़ने के बाद शायद कोई आत्महत्या न करे। आप सब से बिनती है की ज्यादा से ज्यादा लोगो तक इस कहानी को पहुंचाए। किसी एक का भी जीवन हमारे वजह से बच गया तो उनके परिवार का भला होगा। कहानी कुछ इस तरह से है। एक उत्कर्ष नाम का लड़का जो २५ वर्ष की आयु में ही आत्महत्या कर लेता है। आत्महत्या के बाद उसने अपने आप को एक कुर्सी पर बैठा हुआ पाया, चारो और अँधेरा था बस कुर्सी के आसपास की जगह