सुबह सुबह विक्की,अतुल, बिमल चाय लेकर आ गए।माया तैयार हो गई थी साड़ी पहनी थी माया। माया ने कहा देखो तो। विक्की ने कहा किसी की नजर न लगे।। तभी विक्की का फोन बजा और कुछ देर बाद ही विक्की ने कहा अरे आज सागर जी नहीं आ रहें हैं। माया ने कहा हां मुझे पता था किस मुंह से आएगा।विक्की ने कहा अरे दीदी ऐसा नहीं है। चलिए हम आज फतेहपुर सीकरी चलते हैं। फिर सब तैयार हो कर निकल गए। फिर हम सब एक टैक्सी में बैठ गए और फिर निकल गए फतेहपुर सीकरी। कुछ घंटे बाद ही