वो एक कविता

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शादी कर लो।  बिना नौकरी मिले यह नहीं हो पाएगा। फिर तो पूरी जिंदगी कुँआरे ही रह जाओगे।  बीवी की कमाई खाने से तो कुँआरा रहना ही अच्छा है। कहते हुए विजय अपने कमरे में चला गया।   जिंदगी आसान नहीं एक सप्ताह तक सरिता टाइपिंग स्कूल नहीं आई। विजय रोज आता रहा और निराश होकर वापस घर जाता रहा। आठवें दिन सरिता के आते ही वह पूछा बैठा कि एक सप्ताह आई नहीं? जिंदगी में बहुत दिक्कतें हैं। कहते हुए सरिता अपनी सीट पर बैठ गई। क्या हो गया? मेरी बहन जो बीए कर रही है किसी लड़के के