देवर्षि नारद बहुत बड़े संत थे। वे जहाँ चाहें, आ-जा सकते थे। नारायण के भक्त थे। लेकिन एक बार उनके मन में यह जानने की इच्छा पैदा हुई कि आखिर संत के क्या लक्षण हैं? संत कैसा होना चाहिए? संत कौन होता है? वे श्रीकृष्ण के पास गए और अपनी जिज्ञासा बताई। बोले “भगवन्, मेरी शंका का समाधान करें।” श्रीकृष्ण ने कहा “नारद जी आप अमुक यादव के पास जाओ। उसकी पत्नी गर्भवती है। उसके घर बच्चा पैदा होने वाला है। जब बच्चा पैदा हो, तो तुम उस बच्चे से यह सवाल पूछना, वह सब कुछ बता देगा।” नारद जी