हाय राम, ये क्या हो गया, कैसे हो गया। सब के सब यूं क्यों पड़े हैं। मम्मी पापा उठो ना, उठते क्यों नहीं, भैया उठ क्यों नहीं रहे, ओ माय गॉड, ये सब क्या हो गया। आंटी जी, देखिए ना, गेट खोलिए ना। कोई गेट क्यों नहीं खोल रहा। सब को क्या हो गया है। समर तुम कहां हो, जल्दी मेरे घर आ जाओ, यहां कोई उठ ही नहीं रहा, सारे गहरी नींद में है और सब के चेहरे पर हरे हरे निशान दिखाई पड़ रहे हैं। समर के घर का भी कुछ यही हाल था, सब के सब गहरी