8 पथराई आँखें पूरे कस्बे में यह खबर फैल गई थी कि दान सिंह की बारात लौट आई है और वह अपनी बहू को लेकर आ गया है। छोटा सा पहाड़ी कस्बा वमुश्किल दो सौ मकान, आठ-दस दुकानें एक इण्टर कालेज और ब्लाक कार्यालय बस यही सब मिलकर वह कस्बा बनता था। सभी एक-दूसरे से परिचित थे और सभी एक-दूसरे के सुख-दुःख में शामिल होते थे। खबर सुनते ही कस्बे की औरतें अपने-अपने काम छोड़कर दान सिंह के यहां पहुंचना शुरू हो गई थीं। देखते ही देखते वहां औरतों का जमघट लग गया था। सबके मन में दान सिंह की