(फ्लैशबैक दृश्य)Dheeraj Voबीस साल पहले की बात है... इस मॉल की जगह पर नंदिनी और नरेश का पुश्तेनी घर था... उस वक्त वो दोनो एक साथ बोहत खुश थे... फिर एक दिन एक सेठ की नजर उनके जमीन पर गई...Sethमैं तुम्हें इस जमीन के अच्छे पैसे दूंगा!Nareshनहीं सेठजी हमें जमींन नहीं बेचनी... ये मेरी विरासत है... सदियों से मेरे बाप दादा इसी घर में रहते चले आ रहे हैं तो मैं इसे नहीं बेच सकता!Sethसोच लो… आज ना कल कैसे भी करके... मैं ये ज़मीन ले ही लुंगा… अगर तुम अपने आप दोगे तो तुम्हारे लिए अच्छा होगा!Nareshनहीं सेठजी! मैं