मैं किसी धर्म की अवहेलना नहीं कर रहा हूँ और नहीं मेरी किसी के भावना को ठेस पहुंचाने की मनसा है। मैं तो बस उन सभी धर्मों की कुरीतियों को बता रहा हूँ जिसे खत्म करने का प्रयास किया जाए। अगर मेरी बातों से किसी को बुरा लगे तो मैं दिल से माफी चाहता हूं। कृपया भारत की प्राचीन संस्कृति और विरासत को बचाए। आजकल ट्रेंड चल रहा है। भारत को धार्मिक राष्ट्र बनाने की। कोई हिन्दू राष्ट्र तो कोई इस्लाम तो कोई सीख या ईसाई राष्ट्र। लेकिन इतिहास खंगाला जाए तो इनमें से कोई भी यहां का मूलधर्म नहीं