विरासत - भाग 4

  • 4.9k
  • 2k

1 - ज़िम्मेदारी [ नीलम कुलश्रेष्ठ ] ससुर व पति की कड़ी हिदायत है, घर की देहर लाँघकर घर की स्त्रियाँ बाहर कमाने नहीं जायेंगी। वह पिंजड़े में बंद मैना-सी घर में फड़फड़ाती है, छटपटाती है, क्यों कि उसने स्वर्ण पदक लेने के लिये इतनी कड़ी मेहनत की थी? घर तो वैसे भी साफ़ रख सकती थी, खाना तो बिना पढ़े वैसे भी बना सकती थी । वह मेरे पास आकर अपना गुस्सा निकालती है, “आप देखना, मैं अपनी बेटी को इतना महत्त्वाकांक्षी बनाऊँगी । कैरियरिस्ट बनाऊँगी। जिससे उसकी ज़िन्दगी रोटी के घेरे में ही गोल-गोल घूमती न रह जाये।