अनिरुद्ध ब्लैक सूट में खुद को आईने में देख रहा था... उसके चहेरे पर सुकून भरी मुसकुराहट थी....तभी संजना ने आकर उसे पीछे से हग कर लिया..." तुम आज बहुत हेंडसम लग रहे हो...." संजना सिर्फ उसे आईने में देखे जा रही थी..." संजू... ऐसे मत देखो मुझे...." " पर क्यों ? तुमसे मेरी नजर ही नहीं हट रही.... " संजना मुंह बिगड़ती हुई बोली..." अच्छा सुनो आज वहा पर बहुत सारी लड़कियां होंगी.. पर तुम किसी पर ध्यान नहीं दोगे .. सिर्फ मुझे ही देखोगे समझे...." " हा बाबा.. और वैसे भी मेरी नजर तुमसे हटती ही कहा है..!