दामिनी की इच्छा थी कि वह खुद केतकी का पर्दाफाश करे , उसे लग रहा था कि बद्री काका ने बहुत से पहलुओं पर विचार नही किया । उसने बहुत जल्दी ही विश्वास कर लिया कि यह केतकी की जुड़वा बहिन है । दामिनी के ससुर व सास की दिलचस्पी इस मेटर में नही थी । वे तो न चाहते हुए ही मौन समर्थन कर रहे थे । अभय के माता पिता दामिनी की अनुपस्थिति में चर्चा करने लगे ...अभय के पापा ने अपने बेटे से कहा ...अभय ! यह बहु केतकी में इतनी दिलचस्पी क्यों ले रही है ?