सर्दियी की रात।रात के बारह बज चुके थे।वर्षा के सास ससुर और ननद कब के अपने अपने कमरों में जाकर सो चुके थे।वर्षा भी रोज सो जाती थी।लेकिन आज उसकी आँखों मे नींद नही थी।वर्षा ने शेखर से तलाक लेने का निर्णय कर लिया था।अपने निर्णय की सूचना वह शेखर को देना चाहती थी।शेखर अभी तक घर नही लौटा था।इसलिए वर्षा उसके आने का इन्तजार कर रही थी।शेखर से वर्षा की शादी को अभी तीन साल भी पूरे नही हुए थे।शादी के बाद काफी दिनों तक उसका ध्यान पति की उस कमी की तरफ नही गया था।एक रात को अचानक