शिवाजी के सामने भारत पर इस्लामी-आक्रमण का रक्तरंजित इतिहास था। हिंदुओं की हत्याओ और मंदिरों के विध्वंस से भारत का इतिहास भरा पड़ा है। शिवाजी उसे एक पल के लिए भी नहीं भूलते थे इसलिए उन्होंने हिंदुत्व का विध्वंस करने वालों का विध्वंस करने के लिए फौज का निर्माण किया, लड़ाइयां लड़ी और दुश्मन को हराकर स्वराज्य का राज्य स्थापित किया। किंतु स्वराज्य की स्थापना करते समय शिवाजी ने शत्रु की धार्मिक भावनाओं को कभी ठेस नहीं पहुंचाई, न हीं उन्होंने उनके प्रार्थना-स्थलों को किसी प्रकार की क्षति पहुंचाई। शिवाजी ने इस्लामी शत्रुओं से लड़ाइयां जरूर लड़ी किंतु इस्लामी प्रजा