विश्वास (भाग--20)भुवन को टीना के परिवार में सब बहुत सरल स्वभाव के लगे। बच्चे वही करते हैं जो घर के बड़ो को करते हुए देखते हैं, इसलिए टीना के भाई और कंजस सब उसको समझदार लगे पर साथ ही शरारती भी।यही सब सोचता हुआ भुवन घर पहुँच गया।भुवन के अपने ही दोस्त बस नाम मात्र के थे। अब टीना उसकी पक्की और अच्छी वाली दोस्त बन गयी है तो वो भी दोस्ती को अच्छे से निभाएगा सोच कर सो गया। आज उसको पता चला कि जिस टीना से वो हॉस्पिटल में मिला था वो तो उससे बिल्कुल ही अलग है।