इस तरह की फिल्में तब बनती हैं। जब तुम्हें कोई अचानक से बाथरूम में सिगरेट पीता हुआ पकड़ले। और तुम अपनी गलती छुपाने के लिए जल्दी से सिगरेट भुझाकर कुछ भी अनाप-सनाप बोलने लगे जाओ। और सामने वाला कहें ठीक हैं। जो बोला हैं। उसे करके दिखाओ। और फिर इस तरह का कारनामा तैयार किया जाता हैं। और डालने के लिए आजकल OTT चल ही रहा हैं। क्योंकि थिएटर तो इन्हें चलायगा नहीं। कहानी; विकी कौशल एक तमिल के प्रोड्यूसर की नाजायज औलाद हैं। जो फ़िलहाल अपने नाज़ायज़ बाप के, जो मर चुका हैं।' घर में अपनी बीवी भूमि पांडेकर,