एक रूह की आत्मकथा - 19

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मेरी बेटी अमृता और समर के बेटे अमन के बीच दोस्ती बढ़ती जा रही है।एक ही बोर्डिंग स्कूल में होने के कारण उन्हें मिलने- जुलने का भी अवसर मिल जाता है।हालांकि अमन का यह आखिरी साल है।वह इस वर्ष बारहवीं पास कर लेगा।अमृता अभी दसवीं हैं।समर की बेटी निर्मला भी उसकी क्लासमेंट है।समर अपने पिता की तरह ही बहुत स्मार्ट है।निर्मला उसकी अपेक्षा सीधी -सादी है। अमृता तो सचमुच अमृत है ।मरते हुए को भी देख ले तो वह जी उठे। लीला से मुलाकात के बाद मेरी सोच की दिशा थोड़ी बदली है।अभी तक मैं सिर्फ अपने और समर के