मेरे गांव में बाजार के पास ही एक प्राथमिक स्कूल है... उसके बराबर बाजू में ही पुलिस-स्टेशन है... वहा से आगे चलो तो एक तालाब और उसी सड़क पर चलते जाओ तो थोड़ी आगे जाकर हाई-स्कूल.. फिर थोड़े आगे एक शिव मंदिर और सड़क ख़तम होते ही रेल-वे स्टेशन.. बात थोड़ी पुरानी है ... समजो किसीकी कहानी है .. सुनी किसी और ने थी... पर उसीकी जुबानी है.... ~~~~~~~ फैसला... ~~~~~~~ रोज की तरह वो रेल-वे स्टेशन की और गुजर रहा था शिव मंदिर की सीढ़ियों पर - यहाँ वहा देख - वो मुझे खोज रहा था जिसने आज