एपिसोर्ड 4 ( गम के आंसू ... ) मेनका आपना कुछ काम कर ही रही थी , की तभी उसे कॉल आता है | कॉल की दूसरी तरफ शक्स की आवाज़ सुन , मेनका को मनो अपने कानो पर भरोसा नहीं हो रहा था | मेनका : मुझे लगा , की तुम मुझे भूल गए | सीन 1 ( चाय कैफ़े ) रोड साइड विंडो साइड टेबल पर बैठ कर मेनका किसी का बहुत बेसब्री से इंतज़ार कर रही थी | तभी उसे किसी के क़दमों की आवाज़ आती है | जिसे सुन , मेनका ओर ज्यादा बेचैन हो जाती