साफ - सफाई " सुनो जी दिवाली आ रही है. घर की साफ-सफाई और शॉपिंग करनी है. हर साल आप ऑफिस के नाम पर बच निकलते थे, पर इस बार कोई बहाना नहीं चलेगा. इतने सालों तक मैं अकेली खटती रही मगर इस साल से हम मिल जुलकर त्यौहार मनाएंगे. आप सिर्फ नौकरी से रिटायर्ड हुए हैं मगर टायर्ड नहीं हुए हैं. सबसे पहले तो आपकी किताबों, पत्र-पत्रिकाओं तथा फाइलों से लदी-फनी तीन आलमारियों, टेबल और रेक्स की साफ-सफाई करेंगे. मैं आपकी मदद करूंगी." पत्नी की आवाज सुनते ही विजयराज जी को मानो साँप सूंघ गया हो. अख़बार से ध्यान