"जाने की तैयारी कर ली बेटा" नानी मां ने मान्या को बैग पैक करते देख कर पूछा। "जी नानी मां" इसने पैकिंग इसने बैग की चेन बंद करते हुए बोला। "इतना सारा सामान लेकर जा रही हो" "नहीं नानी मां यह बस जरूरत का सामान है पता नहीं कितने दिन लग जाए वहां।"कुछ दिन बाद वापस आ जाना तुम जानती हो ना मुझे तुम्हारे बिना कुछ करने की आदत नहीं है मुझे" नानी ने मान्या से कहा। "आपके बिना तो यहां मेरा मन नहीं लगने वाला लेकिन पापा की तबीयत बहुत दिनों से खराब है इनके लिए बहुत फिक्र हो