ट्रेन में केतकी की हमशक्ल युवती के बारे मे अभय जानने का प्रयास कर रहा था । किंतु युवती की मम्मी ने नाराजगी भरे लहजे मे मना कर दिया । अभय कनखियो से उस युवती को देख रहा था । उसे अब भी यही लग रहा था कि यह केतकी की हमशक्ल नही है , खुद केतकी ही है । फिर सोचता है केतकी की मृत्यु झूंठ भी तो नही हो सकती । अभय कुछ सोचकर .. मन ही मन अपने आपसे बाते करता है । क्यों न मै इसकी फोटो खींच लू , विडियो बना लूं । यह सोचकर