फिर माया बोली बहुत ही अच्छा गिफ्ट दिया नैना ने। निलेश ने कहा हां दीदी चलो अब सो जाते हैं। माया ने कहा भाई तू खुश हैं ना? निलेश ने कहा हां दीदी पर जब तक नैना अपने आंखों से न देख पाए तब तक मुझे चैन नहीं मिलेगा। माया ने कहा हां मैं समझ सकती हुं भाई। निलेश ने कहा हां दीदी नैना की कोई गलती तो नहीं कि इस उम्र में वो बिना आंखों के जिंदगी बिता देंगी। उसे कितना घुमने का शौक है तो मैं क्या इतना भी नहीं कर सकता उसके लिए। माया ने कहा हां