मैं राजन, आप सब ने मेरी कहानी अंधेरा कोना - आखिरी साहस पढ़ी होगी, मैं M. Sc Biomedical Science, 2nd year मे हू, मैं हमारी कॉलेज के बग़ल मे आयी हमारी ही कोलेज की होस्टल मे रहता था जिसका नाम मिहिर होस्टल ब्लॉक था इस साल के जून माह में हम सभी स्टूडेंट की बिल्डिंग चेंज हुई और हमको भृगु होस्टल ब्लॉक मे शिफ्ट होना था l वो एक अच्छी होस्टल थी, वहां पांच मंजिल थी और हम सबको पांचवी मंजिल पर कमरे दिए गए थे, वहाँ दो - दो लिफ्ट थी जिसके कारण हमारा आना जाना अच्छा रहता