दानी की कहानी---खुल जा सिमसिम ------------------------ अलंकार कितना सुंदर नाम है। दानी ने ही तो रखा था लेकिन सारे बच्चे उसे अल्लू अल्लू कहते। कभी-कभी तो अल्लू से वह उल्लू हो जाता वह चिढ़ जाता और कई दिनों तक खेलने न आता। अलंकार ठीक तो है न? जाओ उसके घर देखकर आओ। दानी आदेश देतीं और फिर खुलती उनकी पोल.और दानी का सुनना पड़ता व्याख्यान दानी के परिवार के बच्चों के लिए ही वह केवल दानी नहीं थीं दानी वह सबके लिए थीं यानि पूरे मुहल्ले के लिए किसी के घर में नवजात शिशु का आगमन होता