यह कहानी चोर की है जिसका नाम राज है।अपने दोस्त के साथ रह रहा है उसके दोस्त का नाम अंकित है। जिंदगी से उसे खास उम्मीद तो नही है। उसे पता है। जिंदगी से क्या मिलने वाला है। और जिंदगी उसे किस रास्ते पर ले कर जाने वाली है उसी चोरी करना पड़ता है। ताकि वह अपनी बीमारी के लिए दवाईयो का बंदोबस्त कर सके। अपने इस बीमारी के बारे में उसने अभी तक किसी को नहीं बताया हैं।राज: भाई आज कहा चला जाए ?अंकित: मुझे पता नहीं यार !राज: भाई कब तक एसे ही छोटी चोरिया करते रहेंगे हमे